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- 71वें गणतंत्र दिवस पर प्रधान ने किया ध्वजारोहण*
- दाई ने फीता काटकर विद्यालय के मुख्य गेट का उद्घाटन*
मेजा, प्रयागराज (राजेश द्विवेदी )। प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालय प्रथम सोरांव, मेजारोड में 71वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रधान कुसुम देवी ने तिरंगा फहरा कर क्षेत्र वासियोंको बधाई दी।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की पांच दशकों तक दाई रहीं सोमवारी देवी पत्नी स्वर्गीय गंगाराम गौड़ ने बतौर मुख्य अतिथि विद्यालय के नवनिर्मित मुख्य गेट का फीता काटकर उद्घाटन किया।
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उद्घाटन के पश्चात कहा कि मुझे विद्यालय से मानदेय भले ही नहीं मिला लेकिन बच्चों, अभिभावकों व अध्यापकों से जो स्नेह और "दाई मां" के रूप में जो सम्मान मिला वह किसी अन्य पारितोषिक व मानदेय से ज्यादा कीमती रहा। यहीं नहीं आज वर्तमान प्रधान द्वारा मेरे ही विद्यालय के मुख्य गेट का उद्घाटन मेरे हाथों से करवा कर दिया वह मेरे लिए अनमोल है, उसका कोई मोल नहीं है।
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तत्पश्चात ग्राम प्रधान कुसुम देवी पत्नी शशिकांत शुक्ला ने ध्वजारोहण कर उपस्थित अध्यापकों, छात्रों व ग्रामीणों को शुभकामनाएं दीं। प्राथमिक विद्यालय की अध्यापिकाओं ने "वह शक्ति हमें दो दयानिधे कर्तव्य मार्ग पर.." प्रार्थना कर राष्ट्र गीत गाकर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। विद्यालय के नन्हें-मुन्ने बच्चों ने "देश मेरा रंगीला" गाने पर डांस कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रधान कुसुम देवी ने विद्यालय में खाना बना रही महिलाओं को माला पहनाकर उन्हें अंगवस्त्रम भेंट कर सम्मानित किया उक्त अवसर पर क्षेत्र के तमाम गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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इससे पूर्व वही कक्षा 7 के अनुराग प्रजापति ने अंग्रेजी में भाषण देकर लोगों को चौंका दिया। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सरस्वती देवी ने कार्यक्रम में पहुंचे अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि बच्चे देश का भविष्य है, इन्हें सजाने संवारने की जिम्मेदारी उनके गुरुओं की होती है। इसलिए मैं अपील करती हूं कि अपने बच्चों को विद्यालय में भेजने के लिए प्रेरित करते रहें, क्योंकि यह बच्चे ही कल के भविष्य हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ग्राम विकास अधिकारी बृजेश दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि हम लोग अपना अधिकार तो देखते हैं लेकिन अपना कर्तव्य नहीं देखते हैं अगर सभी लोग अपने कर्तव्य का पालन करें तो वह दिक्कतें नहीं होंगी सरकार ने तमाम योजनाएं सरकारी स्कूलों के लिए चला रखी है लेकिन फिर भी लोग प्राइवेट स्कूलों पर ज्यादा भरोसा देते हैं अगर आप अपना पूर्ण सहयोग करें जिस तरीके से सरकार स्कूलों के लिए कर रही है अगर अभिभावक इस तरीके का निर्वहन करें तो आपके बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।